घटिया निर्माण की शिकायत के बाद फरसवानी हॉस्टल निर्माण में एक और बड़ी लापरवाही उजागर, बिना रॉयल्टी ठेकेदार कर रहे अवैध मिट्टी उत्खनन, खनिज विभाग मौन ।

कोरबा (समाचार मित्र) कोरबा जिला प्रशासन के सुस्त रवैया के चलते कोई कहीं से भी खनिज संस्थानों का दुरूपयोग कर सकता है। ऐसा ही एक मामला ग्राम पंचायत फरसवानी में बन रहे बालक छात्रावास में देखने को मिल रहा है। कार्य एजेंसी सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग, कोरबा द्वारा जिला खनिज न्यास मद से ही बन रहे हॉस्टल निर्माण में रॉयल्टी चोरी का मामला उजागर हुआ है। ठेकदार ने शासन को हज़ारों रुपए का खनिज रॉयल्टी बचाने के लिए स्थानीय स्तर पर लोगों से सेटिंग करके मनमानी तरीके मिट्टी का अवैध उत्खनन किया जा रहा है जिससे हजारों रुपए के राजस्व का नुकसान जिला प्रशासन को होगा। स्थानीय लोगों की मदद से मिट्टी चोरी कर छात्रावास निर्माण में खपाया जा रहा है।

न खनिज विभाग को सूचना, न जमा किया रॉयल्टी !

अवैध उत्खनन कर हॉस्टल निर्माता ठेकेदार मिट्टी और मुरूम का दुरुपयोग कर रहे है। स्थानीय लोगों के संरक्षण में खनिज संसाधनों का दोहन जारी है। अवैध मिट्टी परिवहन कर छात्रावास में फीलिंग कार्य किया जा रहा है जबकि नियमों के अनुसार सर्व प्रथम ठेकेदार को खनिज विभाग से अनुमति लेकर रॉयल्टी जमा करना होता है जबकि न तो खनिज विभाग को मिट्टी उत्खनन की जानकारी तक दी गई है और न ही कोई राजस्व राशि जमा किया गया।
पूर्व में हो चुका है घटिया निर्माण की शिकायत !
अवगत हो कि जिला खनिज न्यास मद से 1.52 करोड़ की लागत से बन रहे प्री मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास फरसवानी में घटिया निर्माण को लेकर पहले भी ग्रामीणों ने आपत्ति दर्ज़ कराया है। कई खबरों एवं अखबारों में भी इसके प्रकाशन के बाद भी जिला अधिकारी अपनी कुंभकरणीय निंद्रा से जाग नहीं रहे है और ठेकेदार को संरक्षण देने में लगे हुए है।
प्रशासन के नाक के नीचे चल रहा अवैध उत्खनन, कार्यवाही नहीं !
जिला प्रशासन के संरक्षण में कार्य एजेंसी सरकारी नियमों से भी बड़े हो गए है। नियमों को ताक रखकर जिला प्रशासन को हज़ारों रुपए का राजस्व का चुना लगाकर कुछ अधिकारी जेब भरने का काम कर रहे है तो कुछ अधिकारी आंखे मूंदकर महज देख रहे हैं। कार्यवाही के अभाव में कार्य एजेंसी का मनोबल इतना बढ़ गया है कि शासकीय नियमों की परवाह किए बिना ही कार्य किया जाने लगा।





