
कोरबा/करतला (समाचार मित्र) करतला जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायतों में चयनित जनप्रतिनिधि सरपंच एवं वहां पदस्थ पंचायत सचिव विकास कार्यों के प्रति रूचि नहीं दिखा रहा है। मामला ग्राम पंचायत मोहरा का है। जहां कई वर्षों से पंचायत भवन अधूरा पड़ा है। जनप्रतिनिधियों के बैठने तक की व्यवस्था पंचायत के पास नहीं है। ग्राम पंचायत मोहरा में कई वर्षों से पंचायत भवन निर्माणाधीन है जिसका निर्माण अभी तक पूर्ण नहीं हो सका है। पंचायत में पदस्थ सचिव भी ज्यादातर समय पंचायत कार्यों में रुचि नहीं दिखाते और नदारत रहते है।
पानी टंकी का नहीं मिला ग्रामीणों को लाभ !

ग्रामवासियों के लिए शासन से स्वच्छ पेयजल आपूर्ति करने पानी टंकी का निर्माण किया गया है पर उसे भी अभी तक शुरू नहीं किया गया। निर्माण कराकर वाहवाही लूट रहे लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग भी आंखे मूंदकर बैठी है। जिससे पानी टंकी का लाभ भी ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है। रख रखाव के अभाव में पानी टंकी भी अब खराब होने के कगार पर है। गांव में मौजूद तालाब सुख चुके है गर्मियों के मौसम में आज भी ग्रामीणों को पेयजल हेतु काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
प्राथमिक शाला भवन भी अधूरा !
ग्राम पंचायत मोहरा के आश्रित ग्राम भांठापारा में कई वर्षों से निर्माणाधीन स्कूल भवन भी अधूरा पड़ा हुआ है। जिससे स्कूल के बच्चे आज भी भवन विहीन है पढ़ाई करने पर मजबूर है। ग्रामीणों के अनुसार सभी कार्य को पूर्व सरपंच द्वारा कराया जा रहा था परन्तु अब निर्माण कार्य को पूर्ण करने की ओर किसी का ध्यान नहीं रहा। वहीं विभागीय अधिकारियों ने भी कार्यों को पूर्ण करने पर गंभीरता नहीं दिखाई। कार्यों को अधूरा छोड़ने वाले जिम्मेदार पूर्व सरपंच एवं सचिव के विरुद्ध कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है।
पंचायत का पक्ष जानने सचिव को फोन किया गया पर उन्होंने फोन नही उठाया।





