SECL के खिलाफ़ एकजुट होकर भू-विस्थापितों का आंदोलन जारी, विभिन्न समस्याओं और मांगों को लेकर कर रहे उग्र आंदोलन।
कोरबा (मदन दास) एसईसीएल गेवरा क्षेत्र के भू विस्थापितो ने कलिंगा कंपनी में रोजगार हेतु आज उग्र आंदोलन किया है , जो शाम तक जारी रहा । एसईसीएल गेवरा क्षेत्र के द्वारा ग्राम भठोरा , नरईबोध , रलिया , उमेंदीभांठा , धरमपुर , भिलाई बाजार , सलोरा , बरभाठा आदि ग्रामों का अर्जन किया है । जमीन देने के बाद छोटे खातेदार रोजगार के लिए भटक रहे हैं , साथ ही आउटसोर्सिंग कंपनी के द्वारा भी इन्हें कार्य में रखने के लिए घुमाया जाता है । आउट सोर्सिंग कंपनी के द्वारा क्षेत्रीय लोगों को कम में रखने के बजाय बाहरी लोगों को काम में रखा जा रहा है । कुछ दलाल किस्म के लोग कंपनी से साठगांठ कर बाहरी लोगों को काम पर रखने का कार्य कर रहे हैं । जिसके कारण नाराज होकर आसपास के 7–8 ग्रामों के बेरोजगार भूविस्थापित एकजुट होकर आज कलिंगा कंपनी के खिलाफ लाम बंद हो हड़ताल पर उतर आए हैं । गेवरा क्षेत्र में विभिन्न आउटसोर्सिंग कंपनियां कार्यरत है । जिनके द्वारा सालों से क्षेत्रीय लोगों की उपेक्षा कर गैर भूविस्थापित लोगों को ज्यादातर कार्य में रखा जा रहा है । भू विस्थापित कोल इंडिया की रोजगार पॉलिसी 2012 के कारण रोजगार से वंचित हो गए हैं । खदान के कारण ब्लास्टिंग , प्रदूषण , पेयजल एवम निस्तार की समस्या , विभिन्न प्रकार की बीमारी की समस्या , फसल उत्पाद में निरंतर कमी एवम अन्य विभिन्न समस्याओं से जूझते आ रहे हैं । प्रबंधन केवल उत्पादन पर ध्यान दे रहा है । जिसके कारण ग्रामीण एकजुट होकर प्रबंधन एवं आउटसोर्सिंग के खिलाफ मोर्चा खोल दिए हैं । आज कलिंगा कंपनी के खिलाफ आंदोलन किए हैं और मांग किए हैं कि कंपनी में क्षेत्रीय लोगों को कम पर रखा जाए अन्यथा आन्दोलन लगातार जारी रहेगा ।