भैषमा हाई स्कूल में 5 साल में पूरे नही हो सके अधूरे काम, कई समस्याओं से जूझ रहा विद्यालय, छात्रों के लिए उपलब्ध नही उत्तम व्यवस्था।
कोरबा (समाचार मित्र) शा.उ.मा.वि. भैसमा के नवनिर्मित भवन निर्माण के संबध में विद्यालय के प्राचार्य सी. एल. सारथी ने शाला विकास एवं प्रबंध समिति को पत्र लिखकर तत्काल आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की है।
शा.उ.मा.वि.भैसमा के संबंध में प्राप्त जानकारी निम्नानुसार है –
1. शाला भवन का निर्माण कार्य कांग्रेस के भूपेश बघेल की सरकार के दौरान दिसम्बर 2019-20 से चल रहा है, जो की आज दिनाँक तक अपूर्ण है।
2. ठेकेदार के द्वारा बनाने में अनावश्यक विलम्ब किया जा रहा है।
3. इस संस्था में कक्षा 9वी से बारहवी तक के विधार्थी अध्ययनरत है, जिसमें कक्षा 9वी. अ.ब 10वी अ.ब ग्यारहवी एवं बारहवीं कला संकाय, विज्ञान संकाय (जीव विज्ञान, गणित), कृषि संकाय, वाणिज्य संकाय, व्यावसायिक पाठ्यक्रम (ऑटोमोबाईल, इलेक्ट्रानिक्स एण्ड हार्डवेयर) संचालित है ।
4. इस शैक्षणिक सत्र 2024-25 में प्रवेशित छात्र/छात्राओं की संख्या 530 है।
5. प्रत्येक कक्षा के लिए अलग-अलग विषयवार शिक्षण कक्ष के आधार पर अध्यापन कार्य किया जाता है।
6. शिक्षण कक्ष के अभाव में अध्यापन व्यवस्था दो पाली में संचालित किया जाता है प्रथम पाली में बालक पूर्व मा.शाला एवं कन्या पूर्व मा.शाला तथा द्वितीय पाली में शा.उ.मा.वि. भैसमा कक्षा 9वी से 12वीं की सभी कक्षाएँ लगाई जाती है।
7. शिक्षण कक्षों की कमी के कारण अध्यापन कार्य प्रभावित होता है, इसके कारण कई समस्याएँ व परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
8. शाला भवन के निर्माण काल में ठेकेदार को जल्दी पूर्ण करने हेतु कई बार, पूर्व शाला विकास एवं प्रबंधन समिति के सदस्यों द्वारा लिखित एवं मौखिक सूचना दिया गया है इसके बावजूद भी निर्माण कार्य अभी तक अपूर्ण है।
9. नवनिर्मित शाला भवन का निर्माण कार्य पिछले 4 शैक्षणिक सत्रों से जारी है, किन्तु अभी तक अपूर्ण है।
विद्यालय के प्राचार्य सी.एल. सारथी ने शाला विकास एवं प्रबंध समिति के अध्यक्ष से अपील करते हुए कहा कि विद्यालय की विकट समस्या को ध्यान में रखते हुए उच्च अधिकारियों एवं प्रभारी मंत्री से मिलकर अवगत कराया जायेगा।