BREAKING NEWS : NDA बहुमत के नजदीक, अभी तक 295 सीटों पर बढ़त बरकरार, केरल में पहली बार भाजपा के लिए खुशखबरी, BJP का कहां बिगड़ा हाल देखें रिपोर्ट !
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नई दिल्ली (समाचार मित्र) लोकसभा चुनाव 2024 में NDA को जैसे प्रर्दशन की उम्मीद थी वैसा कुछ दिखाई नही दे रहा है। NDA को 295 सीटों में अभी तक बढ़त मिली हुई है फाइनल नतीजे शाम 6 बजे आ जायेंगे। उससे पहले भाजपा के लिए एक बड़ी जीत सामने आई है जहां केरल में भाजपा उम्मीदवार सुरेश गोपी ने 3,96,881 वोट हासिल करके अपनी जगह पक्की कर ली है। इस जीत के साथ ही भाजपा ने केरल से लोकसभा में अपना खाता खोल लिया है।
इससे पूर्व यहां पर बीजेपी ने कभी कोई सीट नहीं जीती थी। सुरेश गोपी ने 2021 के विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव में त्रिशूर में कड़ी टक्कर दी थी और भाजपा के वोट शेयर में क्रमशः 11.8 प्रतिशत और 17 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि की थी, हालांकि तब वे तीसरे स्थान पर ही रह पाए थे।
इस बार, अभिनेता से राजनेता बने सुरेश गोपी को भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व से मजबूत समर्थन मिला, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिशूर में रोड शो किया और यहां तक कि चुनाव से ठीक पहले गुरुवायुर श्री कृष्ण मंदिर में गोपी की बेटी के विवाह समारोह में भी भाग लिया। गोपी, जो पूर्व राज्यसभा सांसद हैं, पिछले कुछ सालों से निर्वाचन क्षेत्र में काफी सक्रिय रहे हैं। ईसाई वोट बैंक को लुभाने के लिए उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र के एक लोकप्रिय चर्च को सोने का मुकुट भेंट करने की पेशकश भी की।
भले ही कांग्रेस ने त्रिशूर में पूर्व मुख्यमंत्री के करुणाकरण के बेटे के मुरलीधरन को मैदान में उतारने का फैसला किया है, लेकिन वह सीपीआई के वी एस सुनीलकुमार के बाद तीसरे स्थान पर हैं। करुणाकरण की बेटी के भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस ने मुरलीधरन को मैदान में उतारने का फैसला किया, ताकि भाजपा द्वारा कांग्रेस के वोटों को हथियाने के किसी भी प्रयास का मुकाबला किया जा सके। हालांकि भाजपा ने 2016 में केरल विधानसभा में पहली सीट जीती थी, जब पार्टी के दिग्गज ओ राजगोपाल ने तिरुवनंतपुरम में नेमोम सीट जीती थी, लेकिन 2021 में पार्टी यह सीट हार गई।
योगी के गढ़ उत्तरप्रदेश में ही भाजपा लड़खड़ाई !
80 सीटों वाली उत्तरप्रदेश में ही भाजपा की सीट लड़खड़ा गई। वहां समाजवादी पार्टी ने 44 सीटो पर बढ़त बनाई हुई है। वही छत्तीसगढ़ की कोरबा सीट भी हाथ से फिसलते हुई दिखाई पड़ रही है। तमिलनाडु राज्य में जहां उम्मीद जताई जा रही थी वहां NDA को एक भी सीट में बढ़त नही मिली है।