सरस्वती शिशु मंदिर “पोरथा” (सक्ति) में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन, विद्यार्थियों को दी गई कानून की जानकारी ।
अधिकार और कर्तव्य एक दूसरे के पूरक है- न्यायाधीश बी आर साहू
सक्ती (परसन राठौर) : आज के आप सभी विद्यार्थी ही देश के भविष्य है यह बात डा ममता भोजवानी द्वितीय अपर जिला न्यायाधीश, सक्ती ने कहते हुए बच्चों को पाक्सो एक्ट के प्रावधानों की जानकारी देकर बताया कि पाक्सो एक्ट अवयस्क बच्चों के साथ होने वाले लैंगिक अपराधों से संरक्षण के लिए बनाया गया कानून है जहां अपराध से सुरक्षा हेतु घटनाओं की जानकरी अविलंब आसपास के लोगों को देकर समुचित कार्यवाही का प्रयास करना चाहिए, तो वहीं प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश बी आर साहू ने संविधान में लिखित अधिकार और कर्तव्य की व्याख्या करते हुए बताया कि इनके संरक्षण के लिए ही कानून का निर्माण किया जाता है। साथ ही न्यायाधीश साहू ने बच्चों से मोबाइल का दुरुपयोग से बचने का आग्रह किया।
इस अवसर पर उपस्थित राष्ट्रीय मानव अधिकार एवं सामाजिक न्याय आयोग लीगल सेल के प्रदेश अध्यक्ष एवम उच्च न्यायालय अधिवक्ता चितरंजय पटेल ने स्वागत उद्बोधन करते हुए कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर में संस्कारक्षम वातावरण में भैया बहनो पाठ्यक्रम के अलावा संस्कारित शिक्षा दी जाती है इसी तारतम्य में आज कानून की शिक्षा देने न्यायाधीश द्वय का विद्यालय आगमन हुआ है जिनसे भैया बहन कानूनी ज्ञान प्राप्त कर आत्मसात कर अपने जीवन में अमल करें। विद्यालय प्रबंध समिति के कोषाध्यक्ष उमाशंकर राठौर ने अतिथियोंं का अभिनंदन करते हुए बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना किया तो वहीं कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ आचार्य महेंद्र राठौर ने किया तथा आभार प्रदर्शन विद्यालय की प्राचार्य नीरा राठौर ने किया। इस अवसर मीडिया के परसन राठौर, नारायण राठौर व विधिक सेवा के विकास कुंभकार के साथ विद्यालय परिवार के आचार्य, भैया बहनों की गरिमा मय उपस्थिति रही।