कोरबा जिले के राकेश श्रीवास ने रचा इतिहास, सेवा कार्यों में सक्रियता ने दिलाया नेशनल अवॉर्ड, नई दिल्ली में मिला सम्मान !

नई दिल्ली (समाचार मित्र) नेशनल इंटीग्रेटेड फोरम ऑफ आर्टिस्ट्स एंड एक्टिविस्ट्स 21 से 24 सितंबर 2025 तक अपने सिल्वर जुबली उत्सव का आयोजन किया गया निफा फाउंडेशन के राष्ट्रीय संस्थापक प्रतिपाल सिंह (पन्नू) जी और राष्ट्रीय अध्यक्ष शेट्टी व प्रियंका बिसा के नेतृत्व में यह आयोजन भारत देश भर के 700 जिले से आये देश के अनेक सस्थाएं जो जनहित मे अपनी सेवा दे रहे है ऐसे संस्था के प्रमुख को सम्मानित करने के लिए आमंत्रित किया गया सांस्कृतिक कार्यक्रम से नेशनल आवाडियो का स्वागत किया गया।
निःस्वार्थ सेवा संस्थान छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष राकेश श्रीवास को मिला सम्मान ।
21 सितंबर नई दिल्ली के भारत मंडपम में उद्घाटन समारोह और पुरस्कार समारोह मे राकेश श्रीवास को नेशनल अवार्ड व अंतराष्ट्रीय प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया यह सम्मान कलाकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के राष्ट्रीय एकीकृत मंच (निफ़ा) की रजत जयंती (25वीं वर्षगांठ) के उपलक्ष्य में प्रदान किया गया है. चार देशों से आए प्रतिनिधि जापान, मॉरीशस, भारत,इंग्लैंड देश के प्रतिनिधि इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाया और मॉरीशस देश के राष्ट्रपति जी की कुछ कारण वश इस कार्यक्रम में नहीं आ पाए जिसके चलते उनके प्रतिनिधी वहां उपस्थित रहे l इंग्लैंड के राष्ट्रपति हेनरी आर.ने भारत के सभी समाज सेवियों को शुभकामना प्रेषित करते हुवे अपने देश के प्रतिनिधी के द्वारा वर्ल्ड रिकॉर्ड ऑफ एक्सीलेंस प्रशस्ति पत्र प्रदान किया l जो उत्कृष्ट कार्य के लिए दिया जाता है साथ ही निफा फाउंडेशन के द्वारा यंग कम्यूनिटी चैम्पियन अवार्ड से निःस्वार्थ सेवा संस्थान के अध्यक्ष राकेश श्रीवास को नवाजा गया l
नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित राकेश श्रीवास ने ऐसा क्या किया जो मिला अवॉर्ड, आइए जानें ?
राकेश के लिए, नेशनल अवॉर्ड सिर्फ एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है इसके पीछे बहुत बड़ी कहानी है जो एक ग़रीब परिवार में जन्म लिया और बचपन से आर्मी में जाने की सोच रखता था लेकिन राकेश के किस्मत में आर्मी की सेवा नहीं लिखा था इसलिए राकेश ने जनसेवा को ही देश सेवा मान लिया जैसे थैलेसीमिया पेशेंट सिकलिंग पेशेंट गर्भवती महिला एक्सीडेंट सभी जरूरतमंद मरीजो को निःशुल्क ब्लड उपलब्ध करवाना और स्वयं राकेश अभी तक 29 बार रक्तदान एवं मृत्यु के पश्चात देह दान कर चुके हैं एवं बीमार एक्सीडेंट गौ सेवा निःस्वार्थ सेवा संस्थान सदस्यों के साथ मिलकर करते हैं समाज सेवा के प्रति समर्पण ने राकेश श्रीवास, समाज में एक बेहतर बदलाव और अपने आप को उस स्तर तक ले जाए जिससे समाज में एक बेहतर बहु उद्देशीय सेवा किया जा सके ये सोच के साथ राकेश श्रीवास निरन्तर रक्तदान, गौसेवा, घायल पशु की प्राथमिक उपचार एवं देखरेख,सेवा, और संस्थान के सदस्यों के साथ सिकलसेल बच्चों को गोद लेकर उन्हें खून उपलब्ध कराना, गरीब मरीजों को निःशुल्क उपचार कराना ऐसे अनेक सेवाओं के निरन्तर जारी रखते हुवे आज प्रदेश में अपनी एक अलग पहचान बनाया है जिसके चलते देश के कई अनेको राज्यों से राकेश श्रीवास को सम्मानित किया जा चुका है l राकेश श्रीवास ने जो सेवा कार्य की शुरुआत की है यह एक आंदोलन बन गई, जिन्होंने न थकने वाली खोज में खुद को देखा l
राकेश श्रीवास को जो सम्मान प्राप्त हुआ है सभी ने इस सम्मान का बधाई एवं सराहना की है.4देश के प्रतिनिधियों का मानना है कि राकेश श्रीवास की यह जीत सच्ची कहानियों और दमदार समाज सेवा के महत्व को दिखाती है l छोटे से गांव फरसवानी से लेकर दिल्ली नेशनल अवॉर्ड विनर बनने तक का उनका सफर खुद में एक मिसाल है, बिल्कुल उन किरदारों की तरह है जो एक मूवी में देखा जा सकता है।
राकेश श्रीवास ने अपने आभार में कहा कि यह सम्मान पूरे निःस्वार्थ सेवा संस्थान के सदस्यों का सम्मान है जो मेरे सेवा कार्यों में हमेशा मार्गदर्शन करते हैं रक्तदान गौ सेवा वृक्षारोपण स्वक्षता अभियान सभी कार्यों में साथ देते है यह सम्मान उन सभी समाजसेवक साथियों का सम्मान है।

