कोरबा: जिला सहकारी मर्यादित बैंक, शाखा बरपाली के अंतर्गत संचालित आदिवासी सेवा सहकारी समितियों में पंजीकृत कुल 329 किसानों का बोनस रोक दिया गया है। इन किसानों ने शासन की योजना के अनुसार अपने खाते में धान की बिक्री की थी जिसके बाद शासन से समर्थन मूल्य का भुगतान तो कर दिया गया है लेकिन इसके बाद हजारों किसानों का बोनस आने के बाद भी इन 329 किसानों का बोनस रोक दिया गया है।
क्यों रोका गया बोनस ?
किसानों को बोनस रोकने के संबंध में सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार इन 329 किसानों के खातों में खसरा नम्बर, बंटवारे से खाते पृथक होना, खसरा किसी का अन्य नाम से प्रदर्शित होना सहित अन्य कई त्रुटियां थी जिसकी वजह से बोनस का भुगतान नहीं हो पा रहा था। जिसका रिकॉर्ड सुधारने एवं सत्यापन करने हेतु तहसीलदारो को जिम्मेदारी मिली थी। संबंधित तहसील के आईडी में किसानों का नाम प्रदर्शित किया गया था जिसके बाद बरपाली तहसीलदार ने स्वयं संज्ञान लेते हुए 329 किसानों के बोनस भुगतान करने हेतु सत्यापन किया और प्रशासन को इसकी जानकारी भेज दी है। जिसके बाद जल्द ही किसानों को बोनस मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
बोनस रोकने से किसान नाराज!
वही किसानों का बोनस रुकने से कई किसान नाराज हैं किसानों को सही समय पर बोनस का भुगतान नहीं किया गया जिससे उन्हें आगे खेती करने में भी आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। कई किसानों का बोनस आज दिनांक तक उनके खाते में जमा नही किए गए है।
हर साल त्रुटि सुधरवाने से किसान परेशान!
प्रत्येक वर्ष किसान धान बेंचते है और प्रत्येक वर्ष किसानों के खातों में सॉफ्टवेयर या अन्य गलती के कारण कई त्रुटी सामने आते है। जिसको ठीक कराने के चक्कर में किसानों को बेमतलब का तहसीलों के चक्कर लगाने पड़ते है जिससे किसान बेवजह ही परेशान होते है।