
कोरबा (समाचार मित्र) 1 नवंबर सन् 2000 में बने छत्तीसगढ़ राज्य में कुल 90 विधानसभा क्षेत्र है उसी में से एक रामपुर (कोरबा) विधानसभा क्षेत्र भी है। नए राज्य बनने के 25 साल बाद भी अगर बरसात में विधानसभा क्षेत्र के नाम से विख्यात ग्राम रामपुर ही जाने का रास्ता बंद हो जाए तो इसे क्या कहेंगे ? आइए जानते है क्या है पूरा मामला ।

सड़क के ऊपर बह रहा पानी, जलबहाव से आवागमन ठप।
नोनबिर्रा-रामपुर मार्ग में स्थित ग्राम घिनारा के पास मौजूद नाले में पानी सड़क से ऊपर बह रही है। नाले में आए उफ़ान की वजह से यात्रियों का गुजरना मुश्किल हो गया है। वही बीती रात्रि तेज बारिश की वजह से पानी का स्तर इतना ज्यादा ऊपर है कि उसे पार करने पर जान माल का खतरा है। नाली में उफ़ान की वजह से गांवों का आपस में सम्पर्क टूट गया है।
एक पुल की दरकार, पर न प्रशासन ने सुनी न सरकार !
नोनबिर्रा-रामपुर मार्ग में स्थित ग्राम घिनारा के पास मौजूद नाले में प्रति वर्ष इसी तरह का आलम होता है हर साल रास्ता बारिश में जाम हो जाता है और इस बात को लेकर न तो प्रशासन ने सुध ली और न ही स्थानीय नेताओं ने इसके लिए भरसक प्रयास किया। आश्चर्य की बात तो ये है कि कई बार रामपुर, घिनारा सहित कई स्थानों पर जिला प्रशासन के कई आयोजन भी हुए है जहां जिला कलेक्टर से लेकर PWD एवं अन्य विभाग के अधिकारी आते है परन्तु आज पर्यंत तक इस गंभीर समस्या पर किसी का ध्यान नहीं गया।
स्थानीय पूर्व एवं वर्तमान विधायक की अहम भूमिका, उम्मीद की किरण बरकरार !
रामपुर विधानसभा क्षेत्र से कई बार विधायक एवं पूर्व गृह मंत्री रहे ननकीराम कंवर और वर्तमान विधायक फूलसिंह राठिया पर अब स्थानीय लोगों की निगाहें टिकी हुई है। अलग अलग ग्रामीणों की माने तो सड़क पर पुल बनाने को लेकर किसी को पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर पर तो किसी को वर्तमान विधायक फूलसिंह राठिया पर भरोसा है। उनका मानना है कि ये समस्या स्थानीय नहीं बल्कि बड़े स्तर की समस्या है जिसे शासन स्तर के बड़े नेता ही समाधान कर सकते है। अब देखना होगा कि सैकड़ों वर्षों से नहीं बन पा रहा ये पुलिया क्या आगे भी ऐसा ही पड़ा रहेगा या कोई इसकी सुध लेगा।