ननकीराम कंवर का तूफानी दौरा, चुनाव से पूर्व विधानसभा के हर गांव और मतदाताओं तक पहुंचने का लक्ष्य, मिल रहा अपार जन समर्थन !
कोरबा (समाचार मित्र) द्वितीय चरण का मतदान 17 नवम्बर को होगा जिसके लिए प्रत्याशियों ने पूरे दम खम के साथ प्रचार प्रसार तेज़ कर दिया है। भाजपा से रामपुर विधानसभा के प्रत्याशी आदिवासी वरिष्ठ नेता ननकीराम कंवर इन दिनों तूफ़ानी रफ़्तार से प्रचार प्रसार में लगे हुए है। उनका कहना है की रामपुर विधानसभा का प्रत्येक गांव मेरे लिए महत्त्वपूर्ण है और नागरिकों से मिलकर उनका समर्थन मांग रहे है। श्री कंवर अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ लगातर जनसंपर्क में लगे हुए है जहां उन्होंने लोगों की समस्याओं को सुना और कई समस्याओं पर ग्रामीणों को उचित कार्यवाही का आश्वासन भी दे रहे है।
उन्होंने कहा कि जनता का अपार समर्थन उन्हे मिल रहा है और चुनाव के नतीजे भाजपा के पक्ष में ही होंगे। मोदी सरकार की गारंटी और कई घोषणाओं के बाद से जनता ने इस बार सरकार बदलने की मंशा बना ली है। केन्द्र की मोदी सरकार ने छत्तीसगढ़ में सरकार बनते ही कई अहम घोषणाएं करने का भी जिक्र किया हैं। लोगों को रुके हुए प्रधानमंत्री आवास, फसलों की अच्छी कीमत, 12 हज़ार रूपए तक विवाहित महिलाओं को सहायता, 3100 रूपये में धान खरीदी, धान का एकमुश्त पंचायत में ही राशि वितरण सहित कई घोषणाओं ने जनता का समर्थन भाजपा की ओर बढ़ाया है और प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने का रास्ता साफ़ है। उन्होंने ये भी कहा की प्रथम चरण के मतदान में एग्जिट पोल के मुताबिक भाजपा को बढ़त मिल रही है इसी तरह द्वितीय चरण में भी भाजपा अपनी बढ़त को बनाए रखेगी।
कई गांवों में आज किया जनसंपर्क।
श्री कंवर और उनके समर्थक लगातार जन संपर्क में लगे हुए है आज डोंगाआमा, नोनबिर्रा, श्रीमार, कोई, तुर्रीकटरा, कोटमेर, करतला, टीमनभौना, बड़मार, सुईआरा, चांपा, कलगामार, चोरभट्टी सहित कई गांवों में उन्होंने तूफ़ानी दौरा किया तथा जनता का समर्थन मांगा है।
कांग्रेस कर रही किसानों से छल: ननकीराम
ननकीराम कंवर ने प्रचार से दौरान कहा कि प्रदेश में भूपेश बघेल की सरकार 20 क्विंटल प्रति एक्कड धान खरीदी का वादा करके किसानों को छल रही है रकबे में कटौती करके बघेल सरकार किसानों का धान लेने में आनाकानी करती है जिसे भाजपा की सरकार बनते ही पूरे रकबे में धान खरीदी शूरु करेंगे। गिरदावरी में त्रुटिपूर्ण रिपोर्ट से किसानों को तहसील के चक्कर लगाने पड़ते है जिससे किसानों को मुक्ति दिलाना है।