जिन धान खरीदी समितियों में हुई धान की शार्टेज, उनके प्रबंधकों पर गिरी गाज, पढ़े पूरी रिपोर्ट !

रायपुर (समाचार मित्र) मूल्य पर खरीदे गए धान की मात्रा में सूखत की वजह से धान की मात्रा कम हुई है, उन सोसाइटियों के प्रबंधकों को इस साल की धान खरीदी से अलग रखने का आदेश सहकारिता पंजीयक कार्यालय ने जारी किया है। खास बात ये है कि यह आदेश सोसाइटियों को प्राधिकृत अधिकारियों को दिया गया है। खबर है कि प्राधिकृत अधिकारी इस आदेश के खिलाफ और सोसाइटी प्रबंधकों के पक्ष में हैं, लेकिन ये लोग खुलकर सामने नहीं आना चाहते।
ये है मामला राज्य में खरीफ सीजन 2024-25 के दौरान राज्य की 2 हजार 739 सहकारी सोसाइटियों के माध्यम से नवंबर 2024 से जनवरी 2025 के बीच 149 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी की गई थी। बाद में जब धान को मिलरों और संग्रहण केंद्रों के भेजा गया और धान का हिसाब मिलाया गया तो पता लगा कि गरमी के कारण धान सूख गया है और धान की मात्रा कम हो गई है। इस कमी के लिए सोसाइटियों को प्रबंधकों को जिम्मेदार माना जा रहा है।





