किसानों को सौगात, कृषि कार्य के लिए 2 लाख रुपये मिलना अब और आसान, जानें क्या है किसानों को सशक्त करने के लिए सरकार की नई योजना !
नई दिल्ली (समाचार मित्र) भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति के फैसलों का ऐलान आज रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने किया. आरबीआई गवर्नर ने आज रेपो रेट में कोई कटौती नहीं की और इससे आपकी ईएमआई सस्ती होने का रास्ता आज भी नहीं खुला है.
हालांकि आरबीआई ने किसानों को एक सौगात दी है और इसके तहत किसानों के लिए कोलेट्रल फ्री कर्ज की लिमिट
बढ़ा दी है.आरबीआई का ऐलान जानें
आरबीआई ने किसानों को कोलेट्रल फ्री कर्ज की लिमिट बढ़ा दी है और इसे मौजूदा 1.6 लाख रुपये से बढ़ाकर 2 लाख रुपये कर दिया है. इसका लाभ छोटे और मझोले किसानों को मिलेगा. इस ऐलान का साफ अर्थ है कि किसानों को अब 2 लाख रुपये तक के कर्ज के लिए कुछ गिरवी नहीं रखना होगा. पहले ये लिमिट 1.6 लाख रुपये थी यानी पहले बिना कुछ गिरवी रखे किसान 1.6 लाख रुपये तक का ही लोन ले सकते थे जिसकी लिमिट बढ़कर अब 2 लाख रुपये हो गई है.
आरबीआई ने घटाया CRR
आरबीआई ने शुक्रवार को चालू वित्त वर्ष की पांचवीं द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में लगातार 11वीं बार नीतिगत दर रेपो में कोई बदलाव नहीं किया और इसे 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा. हालांकि अर्थव्यवस्था में नकदी बढ़ाने के मकसद से केंद्रीय बैंक ने सीआरआर (कैश रिजर्व रेश्यो) को 4.5 फीसदी से घटाकर चार फीसदी कर दिया. इस कदम से बैंकों में 1.16 लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त कैश आएगा.
जीडीपी के अनुमान को भी घटाया
इसके साथ ही आरबीआई ने मौजूदा स्थिति को देखते हुए चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी के अनुमान को 7.2 फीसदी से घटाकर 6.6 फीसदी कर दिया है. अक्टूबर एमपीसी में आरबीआई ने देश की जीडीपी के 7.2 फीसदी की रफ्तार से बढ़ने का अनुमान दिया था. आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष में रिटेल महंगाई दर के अनुमान को भी 4.5 फीसदी बढ़ाकर 4.8 फीसदी रहने का अनुमान जताया है.