राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत 481वां सांस्कृतिक स्रोत एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम राजस्थान में सम्पन्न, कोरबा ज़िले से व्याख्याता नित्यानंद यादव हुए सामिल।
कोरबा (समाचार मित्र) भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा संचालित सांस्कृतिक स्रोत एवं प्रशिक्षण केंद्र दिल्ली के क्षेत्रीय कार्यालय उदयपुर राजस्थान में “481वां अनुस्थापन प्रशिक्षण राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020” आयोजित की गई जिसमें समग्र शिक्षा रायपुर के राज्य कार्यालय से 10 शिक्षकों का चयन किया गया जिसमें से मात्र चार शिक्षक ही प्रशिक्षण स्थल राजस्थान पहुंच सके इसी तरह जिला शिक्षा अधिकारी सरगुजा द्वारा 10 शिक्षकों का चयन किया गया था जिसमें से सात शिक्षक ही राजस्थान पहुंच सके इस तरह क्षेत्रीय कार्यालय उदयपुर राजस्थान में छत्तीसगढ़ से 11 शिक्षकों ने प्रतिनिधित्व किया उक्त प्रशिक्षण में कोरबा जिले के व्याख्याता नित्यानंद यादव शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोथारी को ग्रुप लीडर का दायित्व प्रदान किया गया जिनके निर्देशन मे प्रोजेक्ट वर्क जिसका शीर्षक भारत की स्वास्थ्य परंपराएं,पाठ योजना निर्माण, सांस्कृतिक प्रस्तुति, एवम परफार्मिंग एक्ट के अंतर्गत अभिनय का मंचन किया गया। प्रशिक्षण में सभी शिक्षकों ने अपना शत प्रतिशत प्रदान करते हुए समस्त व्याख्यान एवम गतिविधियों को गंभीरता पूर्वक ग्रहण किया और इसी तारतम्य में जब छत्तीसगढ़ राज्य की प्रस्तुति करने का समय आया तो पूरा सदन छत्तीसगढिया सबले बढ़िया के नारों से गूंज उठा प्रशिक्षण स्थल पर उपस्थित सभी नौ राज्यों के शिक्षकों ने कार्यक्रम की भूरी भूरी प्रशंसा की उक्त प्रशिक्षण 05 सितम्बर से 26 सितम्बर तक संचालित किया गया जिसमें नौ राज्यों से 61 शिक्षकों ने अपनी सहभागिता प्रदान की यह प्रशिक्षण मुख्य रूप से हमारी सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विरासत, संस्कृति ,परंपराओं को सहेजने एवं अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए आहूत की गई थी जिसके लिए शिक्षक सबसे बड़ा माध्यम बन सकता है एवं छात्रों के माध्यम से इन संस्कृति और परंपराओं को अक्षुण्ण रखा जा सकता है ।
प्रशिक्षण के दरमियान आहड़ संस्कृति ,महाराणा प्रताप से संबंधित स्थलों का भ्रमण ,ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण ,पर्यावरण संबंधित स्थलों का भ्रमण ,एवं व्याख्यान के अंतर्गत जल संरक्षण जैव विविधता का सम्मान ,स्वास्थ्य परंपरा,योगा,क्लासिकल म्यूजिक, मूर्त अमूर्त विरासत ,अन्य राज्यों के गीतों का गायन परफॉर्मिंग आर्ट ,मिट्टी कला ,बंधेज साड़ी निर्माण, पतंग आर्ट जैसे कई महत्वपूर्ण एवं मनोरंजक विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया जिसका छात्रों के ज्ञानवर्धन में सहयोग होगा।