कोरबा (समाचार मित्र न्यूज)। जिला न्यायाधीश श्री डी.एल. कटकवार, अध्यक्ष/जिला एवं सत्र न्यायाधीश, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा के द्वारा जिला मुख्यालय के रिस्दी चैक स्थित शासकीय बाल संप्रेषण गृह का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान संप्रेषण गृह में बाल संप्रेक्षण गृह बरसात के मौसम में बाल सम्प्रे़क्षण भवन की दीवारें क्षतिग्रस्त एवं छतों से सिलन एवं सिपेज की समस्या बहुत अधिक एवं हर जगह सिलन की बदबू फैली हुई थी। बच्चों के कपडे धोने एवं सुखाने की उचित व्यवस्था नहीं है, जिससे कपडे नहीं सुख रहे तथा बच्चे ऐसे ही सिलन वाले कपडे पहनने के लिए विवश है। बच्चे ऐसे कमरों में रहने के लिए विवश है, जिसमें क्षमता से भी अधिक बच्चे एक साथ रखे जा रहे है तथा उनके कमरे हवादार नहीं होने से उसम एवं गर्मी की स्थिति बनी रहती है, बरसात में मच्छरों एवं जहरीले बरसाती कीटों के कारण मलेरिया एवं अन्य बीमारियां होने की आशंका बनी हुई है परंतु संबंधित कार्यालय उसके उचित प्रबंधन हेतु ध्यान नहीं दे रहा है।
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भवन में निर्मित किचन अत्यंत छोटा है एवं उचित साफ-सफाई नहीं होने से गंदगी व्याप्त है अतः किचन की उचित साफ-सफाई हेतु निर्देशित करते हुए बच्चों को साफ-सफाई से रखने, स्वस्थ रहने, व्यायाम करने एवं ध्यान लगाने हेतु विशेष रूप से समझाईश दिया गया। शिक्षा एवं स्वास्थ्य पर सभी को विशेष ध्यान देने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया।
बाल संप्रेक्षण गृह भवन भीड-भाड ईलाके में पेट्रोल पम्प के पास स्थित है। आस-पास गंदगी रहती है तथा भवन में पर्याप्त फेंसिंग एवं पृथक से चारों तरफ से बाउंड्रीवाल घेरा नहीं होने से बच्चे सुरक्षित नहीं है, सुरक्षा व्यवस्था दुरूस्त किए जाने हेतु पुलिस प्रशासन को निर्देश दिया गया। निरीक्षण के दौरान कुछ बच्चों को कंजक्टिवाईटिस (आंखों संक्रमण से ग्रसित पाए गए) संक्रमण था, उनका नेत्र रोग विशेषज्ञ से उपचार करने हेतु निर्देशित किया गया तथा उन्हें अन्य बच्चों से अलग रखने के संबंध में हाउस फादर को निर्देशित किया गया। मान. जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष महोदय ने अव्यवस्थाओं को तुरंत ठीक करने के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए। कलेक्टर कार्यालय को भवन की वैकल्पिक व्यवस्था कर बाल संप्रेक्षण गृह अन्यत्र स्थान पर शीघ्रातिशीघ्र स्थानांतरित किए जाने हेतु, यथा संभाव्य प्रयास किया जावे का निर्देश सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को दिया गया।