Korba

कोरबा के तीन रेत कारोबारियों के भंडारण का लाइसेंस निरस्त, बरसात में रेत उत्खनन प्रतिबंधित!

कोरबा। क्षमता से अधिक मात्रा में रेत का भंडारण कर बिक्री करने वाले तीन कारोबारियों के रेत भंडारण लाइसेंस को खनिज विभाग ने निरस्त कर दिया है। जिन स्थानों में भंडारण किया जा रहा था उनमें मोती सागरपारा, बरबसपुर व बरमपुर शामिल है।

टास्कफोर्स की बैठक में लिए गए निर्णय और आम शिकायत के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। कार्रवाई के बाद निर्माण से जुड़े और रेत का अवैध कारोबार करने वालों में हड़कंप मच गया है।वर्षा काल के चलते 15 जून से 15 अक्टूबर तक नदी घाटों से रेत उत्खनन व परिवहन प्रतिबंधित है। आम लोगों की सुविधा के लिए के लिए खनिज विभाग जिले के 13 कारोबारियों को भंडारण लाइसेंस प्रदान किया है। वर्षा काल काल का लाभ उठाते हुए कारोबारी खनिज विभाग के तय मापदंड विपरीत रेत की बिक्री कर रहे थे। इसकी शिकायत शिकायत लगातार मिल रही थी। समस्या को गंभीरता से लेते हुए जिला खनिज विभाग टास्क फोर्स की बैठक बुलाई थी। बैठक में शामिल अन्य विभाग के अधिकारियों ने माइनिंग गाइडलाइन का उलंघन की जानकारी देते मौके पर जांच करने की बात कही थी।

जांच के बाद पाया गया कि भंडारण की आड़ में नदी रेत निकासी की जा रही थी। भंडारण नियमो की अनदेखी कर रेत बिक्री करने वाले पटाधारियो का लाइसेंस को निरस्त किया गया है। बरमपुर में संचालित रेत भंडारण पट्टाधारी सुनील गुप्ता का लाइसेंस को निरस्त किया गया है। इसी तरह सीतामणी रेत घाट के समीप भंडारण का लाइसेंस लेकर नदी से निकालकर बेचने सागर सोनी का भी लाइसेंस को निरस्त किया गया है। वहीं बरबसपुर रेत भंडारण के पट्टाधारी अतुल जैन के लाइसेंस को जिला खनिज विभाग निरस्त करने की कार्रवाई की हैं। खनिज अधिकारी ने बताया जितनी मात्रा लाइसेंस जारी की गई उससे अधिक क्षेत्र में ठेकेदार खनिज का उत्खनन कर रहे थे। अधिक मात्रा भंडारित रेत को भी जब्ती की गई है।

आरटीआइ कार्यकर्ता मनीष राठौर ने की थी लिखित शिकायत।

रेत भंडारण के लाइसेंस लेकर अवैध अवैध परिवहन व उत्खनन की लिखित शिकायत आरटीआइ कार्यकर्ता मनीष राठौर ने जिला खनिज विभाग में की थी। साथ ही भंडारण निरस्त करने की मांग अधिकारी से की थी। इसके अलावा बस्ती से सटे लोगो ने भी बीच बस्ती में भंडारण को लेकर आपत्ति जताई थी। शिकायतों की गंभीरता को देखते हुए खनिज अधिकारी ने जांच कमेटी गठित कर जांच कराई थी। जांच में शिकायत सही पाए जानें और गाइडलाइन के उलंघन के पुष्टि पर लाइसेंस को निरस्त किया गया है।

350 रुपये का रेत बिक रहा 4,000 रुपये मेंतीन साल से शहर में वैध रेतघाट संचालन करने में जिला खनिज विभाग नाकाम है। यही वजह है कि शहर से लगे हसदेव नदी के कई जगहों से रेत का अवैध उत्खनन कर परिवहन किया जा रहा है। 350 रूपये ट्रैक्टर में बिकने वाले रेत की कीमत 4,000 रूपये प्रति ट्राली हो गई है। ऊंचे दाम में हो रही बिक्री के चलते ट्रैक्टर के अलावा आटो, छोटा हाथी, हाईवा आदि में अवैध ढुलाई हो रही है। भंडारण ठेकेदारों का आश्रय लेकर लोगाें तक अवैध परिवहन किया जा रहा है।

Nimesh Kumar Rathore

Chief Editor, Mob. 7587031310
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