कोरबा। छत्तीसगढ़ शासकीय उचित मूल्य दुकान संचालक विक्रेता कल्याण संघ के आवाहन पर जिले के संचालकों के हड़ताल पर चले गए है। छह सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर जाने से 500 दुकानों में ताला लटक गया हैं।
मंगलवार को राशन लेने पहुंचे हितग्राहियों भटकाव देखा गया।जिले में हड़ताल का सिलसिला लगातार जारी है। एक संगठन के काम पर वापसी होती है वहीं दूसरा संगठन हड़ताल में चला जाता हैं। इसी कड़ी सरकारी उचित मूल्य दुकानों के विक्रेताओ ने अपनी मांग मनवाने के लिए हड़ताल का रूख इख्तियार कर लिया है। संगठन कटघोरा विकासखंड अध्यक्ष समरेंद्र सिंह ने बताया कि राशन वितरण प्रणाली में विक्रेताओं की विकट समस्याओं को लेकर शासन गंभीर नहीं है। कमीशन वृद्धि कर समय पर मानदेय व्यवस्था लागू करने की लंबे समय से मांग की जा रही है। इसी तरह खाद्यान्न् में कटौती कर भंडारण करना विक्रेताओं के लिए समस्या बनी है।
इसके लिए दुकान संचालन के सरकारी भवन आदि शामिल है। मांग पूरा नही होने की वजह से विक्रेताओं को कठिनाईयाें का सामना करना पड़ रहा है। हलकान विक्रेताओं को अंतत: हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है। पांच दिनों के भीतर मांगें पूरी नहीं हुई राज्य स्तरीय संगठन के गाइडलाइन में अनिश्चत कालीन हड़ताल किया जाएगा। बहरहाल दुकानों के बंद होने की सूचना होने के बाद भी प्रशासनिक स्तर पर वितरण के लिए वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई। लिहाजा हितग्राहियों बिना राशन के घर वापस लौटना पड़ा। इस संबंध में पूछे जाने पर जिला खाद्य अधिकारी जेके सिंह ने कहा कि प्रदेश भर के विक्रेता संघ हड़ताल पर है। राज्य शासन की ओर जारी गाइडलाइन के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।