लॉकडाउन का नाम सुनकर ही हर किसी के जहन में कोरोना महामारी की ऐसी तस्वीरें सामने आ जाती हैं जिन्हें भुला पाना बहुत मुश्किल है. बड़ी दिक्कतों के बाद इस परेशानी से मुक्ति मिली थी लोगों को लॉकडाउन जैसे शब्द से भी आजादी मिली थी.
एक बार फिर लॉकडाउन लौट आया है.
लेकिन इस बार कोरोना महामारी की वजह से लॉकडाउन नहीं लगा है बल्कि इसके पीछे की वजह कुछ ही है. दरअसल अमेरिका, चीन समेत भारत के कई राज्य इन दिनों जोरदार बारिश बाढ़ के खतरे से जूझ रहे हैं. लेकिन दुनिया के कुछ देश ऐसे भी हैं जहां बारिश तो दूर इस बार गर्मी ने ही कई वर्षों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. ऐसा ही एक देश है ईरान. यहां इन दिनों जोरदार गर्मी पड़ रही है.इस वजह से लगा ईरान में लॉकडाउनभीषण गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. सूरज की तपिश का आलम यह है कि लोगों का घर से बाहर निकलना भी दुभर हो गया है. यही वजह है कि सरकार ने अहम फैसला लेते हुए लॉकडाउन लगा दिया है. इसके तहत स्कूल, कॉलेज समेत तमाम शिक्षण संस्थान तो बंद हैं ही साथ ही सभी दफ्तर बैंकों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है.
कब तक लगा है लॉकडाउन ?
लॉकडाउन को निर्धारित तिथि के लिए लगाया गया है. दरअसल दो दिन के लिए सरकारी अवकाश घोषित कर दिया गया है. इसके तहत बुधवार गुरुवार यानी 2 3 अगस्त को सभी स्कूल, बैंक, ऑफिस, सरकारी एजेंसियां समेत तमाम निजी दफ्तर भी बंद रहेंगे. इस दौरान सिर्फ एसेंशियल सर्विसेज को ही इजाजत दी गई है.दरअसल भीषण गर्मी के चलते लोग बीमार तो पड़ ही रहे हैं साथ ही बिजली की आपूर्ति भी कई गुना बढ़ गई है. ऐसे में देशभर में बिजली की भी किल्लत होने लगी है. लिहाजा सरकार चाहती है कि बिजली की आपूर्ति पर भी कुछ नियंत्रण किया जाए. इसको लेकर बड़े पैमाने पर कटौती भी हो रही है.क्या है गर्मी का आलमईरान में इन दिनों गर्मी ने कहर बरपा रखा है. दक्षिणी इलाकों में पारा 50 डिग्री को पार कर चुका है. मंगलवार को तेहरान उसके आस-पास के इलाकों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को क्रॉस कर गया था. हालांकि 12 से ज्यादा शहर इन दिनों 50 डिग्री सेल्सियस से ऊपर गर्मी की मार झेल रहे हैं.बता दें कि आमतौर पर ईरान में गर्मी के मौसम में तापमान 32 डिग्री तक अधिकतम रहता है. लेकिन इस बार सूरज की तपिश ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं.